Saurabh Shukla 30 Mar 2023 ग़ज़ल प्यार-महोब्बत Google/http://kwsvs.blogspot.com/2022/04/blog-post_23.html 36390 0 Hindi :: हिंदी
इश्क का नज़राना कवि से नही कविता से प्यार कीजिए । मैने तो कर दिया आप भी इंतजार खत्म कर , इश्क ए इज़हार कीजिए ।। रचनाकार पर नही रचना पर नजर ऐतबार कीजिए । छिन गया सुकून मेरा ,अब तो आप मेरा शब उतार दीजिए ।। इश्क ए जंगल घना है , इसमें ही कही मुझसे मुलाकात कीजिए । अगर जो मुनासिब हूं, मैं आपके लिए तो परवरदिगार से कुछ हमारी भी शिफारिस कीजिए । । माना की मोहब्बत नही जानता हूं मैं करना ,गुजारिश है ये इल्म भी अपनी शक्सियत से सीखने दीजिए । क्या पता वक्त मेरा अख्तियार कर ले ! मैं आपके मुनासिब हो जाऊ,एक मौका तो और हमे दीजिए ।। बस अब इतना ही कीजिए , ये इल्म मुझे भी सीखा दीजिए !!!!!