# निनाद …..
हे मानव तुमसे
मेरी है
ये विनम्र विनती
है यही मेरी
दिल की निनाद …..!
मानव मस्तिष्क के
एक कोने में
सड़ा सा पड़ा
ये जमा हुआ read more >>
# बारिश का मौसम ...
बारिश का मौसम ,
बदरा बरसे झमाझम ...!!
नील गगन में खो गए ,
सूरज चांद सितारे
दुर्लभ हो गए इनके दर्शन,
बारिश में घुल गए सारे . read more >>
# मां ...
मां दिवस पर
क्या लिखूं मैं
मां के बारे में ...!
मां तो है ,
तो है सब कुछ ...
मां नहीं तो
ये जीवन झूठ ...
मां के जैसी ,
यहां कोई नहीं ...
म read more >>