राम, नाम के पहरी ,
भगवाँ, भेष तुम्हारा है।।2
ओहो, ये देश तुम्हारा है।।
राम......
तेरे जगाने से
जन-जन ने माना है।
राम आराघ्य को
कण-कण ने माना read more >>
कविता = ( मेरे श्री राम को अयोध्या मिल गई )
मुगलों की शतरंज की चालें बदल गईं !
बाबर की शहंशाही खाल बदल गई !!
बाबरी मस्जिद जिसे कहते सभी थे ! read more >>