Raj Ashok 04 May 2023 शायरी दुःखद औकात 8513 0 Hindi :: हिंदी
उसका वो झूठ , किसी चोट से कम नही था । वही एक दर्द लब्जों , मुझे , याद दिलाता है। आज भी मेरी ओकात पता ।
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Jai jai ho...