Ritu 30 Mar 2023 ग़ज़ल प्यार-महोब्बत निस्वार्थ प्यार 44134 0 Hindi :: हिंदी
कुछ बताना है तुम्हें मेरे बिना बोले सुन पाओगे क्या इश्क होने का दावा करते हो तुम अगर मैं कभी मजबूर हुई तब अकेले निभा पाओगे क्या चुनना पड़ा अगर कभी मुझे तुम्हारी जगह किसी और को बेवफा तो नहीं कहोगे ना और क्या मोहब्बत फिर भी मुझसे ही कर पाओगे क्या तेरे होते किसी और की बात मेरे होंठों को जांचती नहीं मैं जो कहना चाहती हूं तुम समझ रहे हो क्या