Vipin Bansal 30 Mar 2023 ग़ज़ल दुःखद #दूरियाँ 85135 0 Hindi :: हिंदी
दिल में प्यार दरमियाँ दूरियाँ रख दी ! पाक रिस्तो के बीच मजबूरियाँ रख दी !! बात समझने के लिए कुछ, भी नहीं ! जिंदगी के तजुर्बो की खाईयाँ रख दी !! सोचा उन्हें सुनाए गमे दिल का फसाना ! होठों पे मेरे उसने उंगलियां रख दी !! पल में कह गए वो जिंदगी का फसाना ! हिस्से में हमारे उसने खामोशियां रख दी !! इस कदर हुआ दिले बीमार का इलाज ! सर पर मेरे गिली पट्टियां रख दी !! हमे दी कसम बातें दिलो मे हो दफन ! कब्रें सारी खोदकर खुद उसने रख दी !! दिल में हुआ दर्द, कलम ने करी दवा ! गजल में दिले गम की सारी बात रख दी !! विपिन बंसल