Poonam Mishra 23 Jun 2023 ग़ज़ल समाजिक एक शाम यूं ही 12086 0 Hindi :: हिंदी
चलो जिंदगी के उतार-चढ़ाव वाले! रास्ते को थोड़ा सीधा कर ले !कुछ हम अपने गम को हल्का कर ले कुछ तुम अपने गम को हल्का कर लो ! ऊंचे नीचे है रास्तों पर चलकर! हम तुम अपनी खुशियां ढूंढ ले ! न जाने कहां खो गई है जीवन के। सफर में हमारी तुम्हारी खुशी। चलो एक साथ मिलकर जिंदगी। को एक नया मोड़ दे दे । कुछ समय के लिए तुम मुझे अपनी जिंदगी में शामिल कर लो। कुछ समय के लिए मैं तुम्हें अपनी जिंदगी का हिस्सा बना लूं