Raj Ashok 11 Nov 2023 शायरी दुःखद तपतीश 11755 0 Hindi :: हिंदी
नजरों के इश्क़ से क्यों, तुम से हम मिलने लगे। अरे, ये सिलसिले होते है । बडे़ कमजोर काश, एक मुलाकात हो जाती तो दिल किसी का ना जलता। यों उडे़ता नही घुआँ गर्त मे तपतीश का....
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Jai jai ho...