Mohammed fejaan 30 Mar 2023 शायरी राजनितिक गूगल 10225 0 Hindi :: हिंदी
शाइरी नम्बर 14 मैं अरज करता हूँ। जलने वाले लोगो के लिए अरे आज-कल दुनिया वाले भी जलने लगे हैं। मेरी काबलीयत देखकर अरे आज - कूल दुनिया वाले भी जलने लगे है। मेरी काबलीयते देखकर तो मैंने भी मान लिया था। अब देम आगया कुछ करके दिखाने का दुनिया वालों को और जलाने का हाँ मेरी जान हाँ हाँ हाँ ?,, मोहम्मद फैजान सिद्धिकी हरियाण सी.टी पानीपत गांव नूवाला 25 फूटा रोट ईन्दा विहार कॉलोनी वार्ड न0 2,
I , am Mohammed fejaan my father name rais ahamad and mathar name vasila...