Jitendra Saini 29 Apr 2023 शायरी प्यार-महोब्बत 15676 0 Hindi :: हिंदी
इश़क जलावे सन नोट , इश़क बुझावें सन माघ बट लौ खुशियों की इश़क ही बनावें , इश़क ही मिटाव़े , दुंनियां आशिकों की
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