आज जहां-जहां में जाता हूँ,
वहां-वहां लोग नराज हो जाते है,
क्यूंकि झुट को सच बोलने का हुनर नहीं मुझ में,
और सच को न बोलने का ऐब नहीं मुझ में read more >>
कभी दुआ करती थी उससे दूर जाने के लिए और आज जब रब ने मेरी दुआ कुबूल कर ली। तो दिल इतना बेचने क्यों है यार
मन करता है सारे बंधन को तोड़ कर उस read more >>