RANJIT MAHATO 30 Mar 2023 कविताएँ अन्य सोचने का नजरिया #THOUGHT 13509 0 Hindi :: हिंदी
सोचने का नजरिया कब किस ओर हो जाये ये कोई कह नहीं सकता कब किससे बैर हो जाये ये कोई कह नहीं सकता कब कोई अपना गैर हो जाये ये कोई कह नहीं सकता कब कोई गैर अपना बन जाये ये कोई कह नहीं सकता हवाओं का दिशा कब किस ओर हो जाये ये कोई कह नहीं सकता कब वर्षा घनघोर हो जाये ये कोई कह नहीं सकता जीवन में कब नया मोड़ आ जाये ये कोई कह नहीं सकता
My name is Ranjit Mahato and I am self-employed by profession. I have a passion for reading and writ...