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कविता - झुम के आया सावन।

राणा प्रताप कुमार 30 Mar 2023 कविताएँ प्यार-महोब्बत 26338 0 Hindi :: हिंदी

सुंदर सावन आया।
मेरे मन को भाया। 
सखी तु कर ले श्रृंगार। 
झुला झुली आम के डाल। 
काले बादल छाये। 
रिमझिम वर्षा आया। 
बिजली चमके आसमान। 
आया है सावन का बहार। 
आँखों में लगा कजरा। 
बालो में सजा गजरा। 
चले पुरुवा बयार। 
महक उठा ये सावन। 
माथे पर बिंदिया चमके। 
पाँव में पायल छनके। 
खन खन कंगना कहे पुकार। 
सावन में कब आओगे साजन। 
मिट्ठी कोयल बोली। 
सब के मन को छूली। 
मोर नाचे पंख फैलाये। 
झुम के आया है सावन। 

लेखक-राणा प्रताप  कुमार 
आजमगढ़ उत्तर प्रदेश। 
मो0न0- 7347379048

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