Monu kumar 26 May 2023 कविताएँ समाजिक बिहार 8937 0 Hindi :: हिंदी
मैं बिहार हूँ। चंदर्गुप्त मौर्य का बिहार हु। चानक्या का बिहार हु। राजेन्द्र प्रसाद और बिर, कुअर सिंह का बिहार हु। दुसरो ने कभी जाना नहीं, अपनो ने कभी समझा नही। मैं वो बिहार हु। माता सीता और गया, फलगू बाला बिहार हु। छट पुजा और बूद्व का बिहार हु।। मैं बिहार हु।।।