Chetna 30 Mar 2023 कविताएँ दुःखद 104605 0 Hindi :: हिंदी
आसान नहीं खुद से लड़ना अपनी उम्मीदों से झगड़ना आशाएं बढ़ती हैं जब जिंदगी से तब होता है खुद से रूबरू पढ़ना टकराते हैं ख्वाब जब भी हकीकत के पत्थरों से तब टूटते हैं बिखरते हैं पर जीना पड़ता है समेट कर खुदको आसान नहीं यूं जीना यूं मरना आसान नहीं खुद ही खुद से लड़ना लड़ते जा रहे हैं हालातों से बढ़ते जा रहे हैं जिंदगी में हराकर नाकामयाबी को हम हारे हमेशा अपनों से आसान नहीं मन ही मन रोना आसान नहीं यू रोना यूं हंसना आसान नहीं आसानी से आगे बढ़ना आसान नहीं खुद ही खुद से लड़ना।