Ajeet 30 Mar 2023 कविताएँ अन्य तेरे आँगन का गुलमोहर 52615 0 Hindi :: हिंदी
तेरे आँगन का गुलमोहर कितना अच्छा लगता हे/ कहाँ से लिया तुमने इसको इसकी छाया को तो देखो मानो धरा में बदली का सूरज को ढकना सा इसके पत्तों को तो देखो मानो गुलशन में फूलों के गुच्छे लदपद से देखो आँगन में इसके फूलों की बरसात ताद देता हूँ इसकी छाया को फेला हुआ कितना सच्चा लगता है तेरे आँगन का गुलमोहर कितना अच्छा लगता हे/