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स्वतंत्रता सेनानी मंगल पाण्डेय

Shivani singh 15 Aug 2023 गीत देश-प्रेम 6589 0 Hindi :: हिंदी

काले रंग की धारी में बिखरे वीर मंगल,
जिन्होंने दिया अपना बलिदान, खोला स्वतंत्रता का प्रचंड प्रवाह।

बांधा दीवारों में अपनी ताकत को छिपाकर,
उठाया आवाज अन्धकार को देखकर।

सिर पर टोपी, गरम खाकी का परिधान,
मरम्मत की आवश्यकता नहीं उन्होंने किया कभी मान।

जीवन की आजादी के लिए हर मोड़ पर खड़े,
संघर्षों में भी दिखाई उन्होंने अपनी महानता की प्रबल कड़े।

उनकी साहसी राहों में दी अद्भुत मिसाल,
बन गए मंगल बाबू राष्ट्रीय आदर्श, अपने नाम के रूप में हमें बालिकाओं को पुकारते यहाँ तक कि वे पहुँचे बालकों की जुबान।

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