करेंगे आप से हम बात लेकिन लब न खोलेंगे,
सुनेंगे आप जो दिल से तो हम भी दिल से बोलेंगे,
ये कैसे मान ले हम मे नही बाक़ी बचे हो तुम,
बरामद तुम read more >>
दिल की बस्ती मे ले के आयें हैं,
चाँद मुठ्ठी मे ले के आयें हैं,
झूठ तुम को लगे तो तुम जानो,
हम तो सच्ची मे ले के आयें हैं,
कोई दुल्हन हो जैसे read more >>