SHAHWAJ KHAN 22 May 2023 शायरी समाजिक वक़्त , हालात, नेकियां, वली, मजबूरी , इश्क़, अच्छा, बुरा 7392 0 Hindi :: हिंदी
वक़्त और हालात इन्शान को मजबूर बना देते है वर्ना नेकियों की किताब यूं खाली न होती । और तादाते इश्क़ खुदा की इन्तेहा मत पूंछो वर्ना वलियों की विलादत यूं आली न होती । """""" शहवाज खान """"""