Join Us:
20 मई स्पेशल -इंटरनेट पर कविता कहानी और लेख लिखकर पैसे कमाएं - आपके लिए सबसे बढ़िया मौका साहित्य लाइव की वेबसाइट हुई और अधिक बेहतरीन और एडवांस साहित्य लाइव पर किसी भी तकनीकी सहयोग या अन्य समस्याओं के लिए सम्पर्क करें
You need to login first.
आजकल रात भर, नींद आती नहीं। एक पल के लिए, याद जाती नहीं। जीना तेरे बिन, दुश्वार हो गया_ दूजा कोई भी, शक्ल भाती नहीं।। (स्वरचित मौलिक) संद read more >>
बदली झुकी पर्वत पर,भँवरे चमन में डोले। मोसम है मिलन का,बुलबूल फूलों से बोले। ये वक्त नहीं है इन्तजार का, ओ साथी मेरे_ तूँ कमसिन read more >>
शब्दों में तुझको उतारा, हुआ प्रेम जब मेरा विह्वल। मालाओं में तुझको पिरोया, तेरी एक निर्णय ने, मेरा सब कुछ छीना। पड़ी गांठ जब दिल पर मे read more >>
सब अच्छे थे जब तक मेरी जुबा, गलत को गलत नहीं कहती थी, जब से गलत को गलत कहना शुरू किया, मुझ से एक एक कर लोगो का कारवा बिछड़ता गया। read more >>
कुछ लोग इस कदर दिल दुखाते है, के उन्हें माफ तो कर दे,, लेकिन दुबारा ऐसे लोगो पर, भरोसा करना आसान नहीं होता। read more >>
सुंण न मन की बात सांवरियौ अब बढ़ों काया क्लेश घणौ सावरों मोटो सेठ घणों २२२३ कुण सी बात बताऊं कुण सी मन राखो तु दुर घणों खड्यो सावरों... read more >>
रिश्तों की बुनियाद भी ऑनलाइन पर ही टिका हुआ है। परिवार का हर व्यक्ति इसी पर ही बिका हुआ है। जिधर देखो हर तरफ ऑनलाइन का ही जमाना है। बुढ read more >>
Join Us: