Vipin Bansal 30 Mar 2023 कविताएँ दुःखद #ख़वाब 49001 0 Hindi :: हिंदी
ज़िंदगी पर मत कर गरूर इतना ! दिलो से जो बेघर हो जाए !! कुछ नहीं बुलबुला है जिंदगी ! न जाने कब ख़्वाब हो जाए !! गर मिटे तो निशां छोड़ ऐसे ! ये ख़्वाब जिंदगी में तब्दील हो जाए ! जिंदगी को कर हँसी इतना ! गैरों की दुआओं में शरीक हो जाए !! हर निगाह ढूंढे तुझे ! जब तू ख्याल हो जाए !! महोब्बतें खुशबू में नहा ले इस कदर ! मौत भी चमन हो जाए !! किसी के ख़्वाब में गर जो आएँ ! वो निगाहें जन्नत हो जाए !! हमारी याद में गिरे आँसू ! हर आँख सागर हो जाए !! विपिन बंसल