Danendra 30 Mar 2023 कविताएँ हास्य-व्यंग राजा प्रजा का सामना 20336 0 Hindi :: हिंदी
नर्क के समुंदर में प्रजा को गिरने नहीं दूंगा। घोटालों की नगरी में छिपने नहीं दूंगा। राजा ने प्रजा से बात ये कही, जो मैंने घोटाला, भोटाला, न किया तुम्हें करने नहीं दुग्गा ।।