मोती लाल साहु 30 Mar 2023 ग़ज़ल समाजिक ये साहिल मिला है मुद्दत से किसी ने उजाला कर दिया है, तुम्हारे ही शरण में शिरकत करेंगे क्योंकि देखे हैं हमने वो जन्नत रहता है तुम्हारे ही चरणों में। 87172 0 Hindi :: हिंदी
ये साहिल मिला है मुद्दत से, ये साहिल मिला है मुद्दत से। किसी ने उजाला कर दिया है।। तुम्हारे ही दर् पे शिरकत, तुम्हारे ही दर् पे शिरकत। करेंगे तुम्हारे ही शरण में।। ये साहिल मिला है मुद्दत से, किसी ने उजाला कर दिया है! क्योंकि देखे हैं हमने वो जन्नत, क्योंकि देखे हैं हमने वो जन्नत। रहता है तुम्हारे ही चरण में।। ये साहिल मिला है मुद्दत से, किसी ने उजाला कर दिया है! -मोती ये दुनिया है दूसरी- जो हम देख रहे हैं! हकीकत- नजरों से ओझल है, मन के इस पर्दे में! ये हैं माया की नगरी- जो तुम देख रहे हो! ये दुनिया है दूसरी- जो हम देख रहे हैं! ये दिल की दुनिया में- दिलनशी देख रहे हैं! ये दुनिया है दूसरी- जो हम देख रहे हैं!! -मोती