Ajeet 30 Mar 2023 ग़ज़ल प्यार-महोब्बत 22125 0 Hindi :: हिंदी
वो थोड़ा मुस्कुरा के चली गई उठाके अपनी पल्कों को सरमा के चली गई, दिल को नजरों से चुरा के चली गई, वो थोड़ा मुस्कुरा के चली गई/ धडकनों का बुरा हाल कर गई आँखों को बेहाल कर गई, वो लाल दुपट्टे वाली सपने मैं कमाल कर गई/ लेखक - अजीत