मोती लाल साहु 30 Mar 2023 आलेख समाजिक ज़िंदगी के सफ़र में आओ चलें हम, मिलेंगे मंज़िल इन राहों में। 4796 0 Hindi :: हिंदी
ज़िंदगी के- सफ़र में आओ चलें हम, मिलेंगे मंज़िल इन राहों में हमराही मेरे हम न- कभी होंगे जुदा इन राहों में ग़म भुला के सदा- हम रहेंगे क़रीब इस जहां में आओ चलें हम- मिलेंगे मंज़िल इन राहों में -मोती