मोती लाल साहु 30 Mar 2023 आलेख समाजिक अब ये जीवन के, पल-पल गुज़र रहे हैं 4655 0 Hindi :: हिंदी
वो दिन गुज़र गए- चले गए जिंदगी से, कहीं दूर देश-परदेश में पल-पल गुज़र रहे हैं लौट के आए नहीं- ना कोई संदेशा आया, पल-पल गुज़र रहे हैं अब का कहूं- किसे कहूं विरह के ये दिन, पल-पल गुज़र रहे हैं कटते नहीं- अब ये जीवन के पल, पल-पल गुज़र रहे हैं -मोती