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विदाई

Karan Singh 30 Mar 2023 आलेख समाजिक Ram/जय श्री राम/धार्मिक महत्व/सपनों का सौदागर.... करण सिंह/ Karan Singh/छत्रपति शिवाजी महाराज की महानता/विदाई/पापा की परी/बेटी/बेटी की विदाई/लाडली बेटी/बेटी का ससुराल/ 30603 0 Hindi :: हिंदी

✍️विदाई*

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बेटी की विदाई के वक्त बाप ही आखिरी में क्यों रोता है । सभी रिश्ते भावुकता में रोते है , परन्तु बाप अपनी बेटी के बचपन से विदाई तक के बीते हुए हर पल को याद करके रोता है । हर बाप अपने बेटे को धमकाता व मारता है , पर वही बाप अपनी बेटी की हर गलती को नजर अंदाज कर देता है । बेटा कुछ मांगे तो एक बार डांट देता है परन्तु बिटिया धीरे से भी कुछ मांगती है तो बाप के पास रुपए हो या नहीं हो लेकिन बिटिया की इच्छा पुरी करने की कोशिश करता है ।                                                       

💐प्रस्तुतकर्ता- सपनों का सौदागर.....करण सिंह💐

 दुनिया बाप का सब कुछ लूट ले तो भी हार नहीं मानता पर अपनी बेटी के आंख के आंसू देख कर अन्दर से टूट जाता है , बेटी जब तक बाप के घर रहती है उसे हर बात में बाप का घमंड होता है , किसी ने कुछ कहा नहीं कि बेटी तपाक से बोलती है पापा को आने दे फिर बताती हूं । बेटी घर में रहती है मां के आंचल में परन्तु बेटी की हिम्मत उसका बाप होता है । - बेटी की शादी के बाद विदाई के बेला में सबसे मिलकर रोती है लेकिन जैसे ही बाप को देखती है बाप से लिपट जाती है , ऐसे पकड़ती है अपने बाप को जैसे मां अपने बेटे को पकड़ती है , क्योंकि उसे पता होता है ये बाप ही है जिसके दम पर अपनी हर जिद पूरी की थी । खैर , बाप खुद रोते हुए भी अपनी बेटी की पीठ ठोक कर फिर हिम्मत देता है कि बेटा दो दिन बाद आऊंगा तुझको लेने और खुद जान बुझ कर एकांत में बैठ कर फूट - फूट कर रोता है , ये दर्द केवल एक बेटी का बाप ही समझ सकता है । बाप भले ही कर्ज में डूब जाता है लेकिन अपनी बेटी को खुशी देखना चाहता है । जब तक बाप जिंदा रहता है बेटी मायके में हक से आती है परिवार में ज़िद भी कर लेती है और कोई कुछ कहता है तो डट कर बोल देती है कि मेरे बाप का घर है पर जैसे ही बाप मरता है और बेटी आती है चित्कार करके रोती है और अपने उसी बाप के घर में असहाय महसूस करने लगती है । उस दिन बेटी अपनी हिम्मत हार जाती है और कभी अपने मायके में जिद नहीं करती जैसे अपने पापा के रहते हुए करती थी । बेटी समझ जाती है कि जब तक बाप जिंदा था तब तक घर अपना था , अब मैं पराई हो गई । बाप के लिए बेटी उसकी जिंदगी होती है परन्तु बेटी के लिए बाप दुनिया की सबसे बड़ी हिम्मत ।
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