Saurabh Sonkar 03 Sep 2023 आलेख अन्य शिक्षा एक होमोसेपियंस को होमोसेपियंस से मनुष्य बनाती है, मानुजता सिखाती है। आज अगर हम मनुष्य अपनी सभ्यता के विकास के क्रम में अन्य जीवों से एक अलग पहचान रखते है तो उसका कारण हमारी शिक्षा ही है। वह गुरु ही है जो हमें शिक्षा से जोड़ता है हमे सभ्य बनाता है जिस कारण हम एक सफल जीवन जी पाते हैं। शिक्षक अर्थात् गुरु से ऊँचा स्थान किसी का हो ही नही सकता । जन्म के बाद हमारी प्रथम शिक्षिका माँ होती है तत्पश्चात औपचारिक रूप में संस्थागत स्कूली जीवन में गुरुवों के मार्गदर्शन के साथ साथ अनौपचारिक रूप में आस - पड़ोस समाज में जिनसे हम कुछ भी सीख रहे होते हैं वे हमारे गुरु ही होते हैं । 7732 0 Hindi :: हिंदी
शिक्षा एक होमोसेपियंस को होमोसेपियंस से मनुष्य बनाती है, मानुजता सिखाती है। आज अगर हम मनुष्य अपनी सभ्यता के विकास के क्रम में अन्य जीवों से एक अलग पहचान रखते है तो उसका कारण हमारी शिक्षा ही है। वह गुरु ही है जो हमें शिक्षा से जोड़ता है हमे सभ्य बनाता है जिस कारण हम एक सफल जीवन जी पाते हैं। शिक्षक अर्थात् गुरु से ऊँचा स्थान किसी का हो ही नही सकता । जन्म के बाद हमारी प्रथम शिक्षिका माँ होती है तत्पश्चात औपचारिक रूप में संस्थागत स्कूली जीवन में गुरुवों के मार्गदर्शन के साथ - साथ अनौपचारिक रूप में आस - पड़ोस समाज में जिनसे हम कुछ भी सीख रहे होते हैं वे हमारे गुरु ही होते हैं। अतः शिक्षक दिवस हम सबके लिए एक गौरवपूर्ण दिन है । - सौरभ सोनकर