Join Us:
20 मई स्पेशल -इंटरनेट पर कविता कहानी और लेख लिखकर पैसे कमाएं - आपके लिए सबसे बढ़िया मौका साहित्य लाइव की वेबसाइट हुई और अधिक बेहतरीन और एडवांस साहित्य लाइव पर किसी भी तकनीकी सहयोग या अन्य समस्याओं के लिए सम्पर्क करें

सपनों की लाली....

मोती लाल साहु 30 Mar 2023 आलेख प्यार-महोब्बत सपनों की लाली। 84942 0 Hindi :: हिंदी

सपनों की लाली !

आंखें चार हुई थी,
मुलाकात खूब हुई थी-
जो जुबान से कह ना पाए,
सोचा था-
एक लाल गुलाब दूंगा

लाल बाग से चुन लाऊंगा,
भेंट करूंगा-
लाली को लाल गुलाब,
ख्वाबों-ख्यालों में-
कुछ बुनता जा रहा था

किसी ने थमाया-
एक सुर्ख लाल गुलाब,
पंखुड़ियों में-
लिखा था "लाली"

गुब्बारे फूट रहे थे !
-मोती 

Comments & Reviews

Post a comment

Login to post a comment!

Related Articles

किसी भी व्यक्ति को जिंदगी में खुशहाल रहना है तो अपनी नजरिया , विचार व्यव्हार को बदलना जरुरी है ! जैसे -धर्य , नजरिया ,सहनशीलता ,ईमानदारी read more >>
Join Us: