virendra kumar dewangan 30 Mar 2023 आलेख अन्य motivational 86327 0 Hindi :: हिंदी
कामयाबी के लिए आपमें सकारात्मक सोच हो, यह जरूरी ही नहीं, अपितु निहायत जरूरी है, लेकिन उससे कहीं ज्यादा जरूरी है, वह इतनी प्रबल हो कि उसमें लेशमात्र भी नकारात्मक सोच की गुंजाइश न रहे। यह कि आपकी सोच 100 प्रतिशत सकारात्मक हो, उनमें 01 तो क्या, 0.01 प्रतिशत की भी नकारात्मकता न हो। गर आपमें एक प्रतिशत भी नकारात्मकता है, तो उसका समाधान अध्ययन, मनन, चिंतन और उन लोगों से चर्चा और शंका समाधान से, जो उस क्षेत्र में सफल हो चुके हैं, दूर कर लेना चाहिए और अपनेआप को सफलता के विचारों से भर देना चाहिए। यही आत्मविश्वास है और यही सफलता की चाबी है। जिन लोगों ने यह किया है, वे कामयाबी के शिखर पर पहुंॅंच गए हैं, और जिन लोगों ने किंतु-परंतु और नकारात्मकता का चिंतन किया है, वे वहीं-के-वहीं रह गए हैं। अब, आप अपनेआप पर विश्वास कर न केवल कह सकते हैं कि आप जरूर सफल होंगे और होकर दिखाएॅंगे; बल्कि इसी रीति से सफल होते जाएंॅंगे। फिर चाहे परिस्थिति विषम से विषम ही क्यों न हो, आप सफल होकर रहंेगे? सफलता इन्हीं तरीकों से चरण चुंबन करेगी। --00-- विशेष टीपःः-लेखक की ई-पुस्तकों का अध्ययन करने के लिए amazon.com के साथ वीरेंद्र देवांगन/virendra dewangan के नाम पर सर्च किया जा सकता है। इसी तरह पेपरबेक किताबों का अध्ययन करने के लिए notionpress.com सहित veerendra kumar dewangan तथा bluerosepublication सहित veerendra dewangan वीरेंद्र देवांगन के नाम से भी सर्च किया जा सकता है। --00-- अनुरोध है कि लेखक के द्वारा वृहद पाकेट नावेल ‘पंचायत’ लिखा जा रहा है, जिसको गूगल क्रोम, प्ले स्टोर के माध्यम से writer.pocketnovel.com पर ‘‘पंचायत, veerendra kumar dewangan से सर्च कर और पाकेट नावेल के चेप्टरों को प्रतिदिन पढ़कर उपन्यास का आनंद उठाया जा सकता है तथा लाईक, कमेंट व शेयर किया जा सकता है। आपके प्रतिक्रियाओं की प्रतीक्षा रहेगी।