DINESH KUMAR KEER 27 Jan 2024 आलेख प्यार-महोब्बत 5287 0 Hindi :: हिंदी
प्रेम का स्थान रिक्त रखूंगी ना मांगूंगी कभी स्थान रुक्मणि का, ना हृदय में राधा बनकर रहूंगी, मै बनुगी तुम्हारे प्रेम में बस मीरा , सर्वदा तुम्हारे प्रेम की प्रतीक्षा करूंगी अभिलाषा नहीं सदा पाऊं प्रेम तुम्हारा पर तुम बिन प्रेम का स्थान रिक्त रखुंगी...