मोती लाल साहु 30 Mar 2023 आलेख समाजिक मन तू और तेरा गति क्या, तुम्हारा ही जादू है हर तरफ। 6737 0 Hindi :: हिंदी
पलक झपकते- क्या सवारी तुम्हारी, कौन सा क्या परमिशन कहीं भी पहुंच तुम्हारी राज तुम्हारा- मन-बुद्धि-अहंकार, करते हैं सलाम तुम्हें चेतना तो- तुम्हारे बस में नहीं, पर मुलाकात नहीं होती तुम्हारा ही जादू है हर तरफ मर्जी तुम्हारी- कोई समझ ना पाया गुस्ताखी माफ हो- बस यूं ही कलम चल गई -मोती