मोती लाल साहु 30 Mar 2023 आलेख समाजिक क्या खूब ये जिंदगी झलक रही है। 8276 0 Hindi :: हिंदी
क्या खूब ये- जिंदगी झलक रही है, ये जीवन महक रहे हैं नजरों में घूम- रही है ये स्वर्ग सी धरती! दिव्य दृष्टि की- महिमा इतनी मेरे सतगुरु, शिरोमणि झलक रहे हैं ज्ञान की निर्मल धारा- जो बह रहीं हैं सतगुरु की, अमृतमय कृपा जो बरस रहीं हैं महफिलें सितारों- से सजीं आलौकिक, दिव्यता नजर आ रहीं हैं सांसो में ये जीवन- झूला-झूल रहे हैं झिलमिल, दिव्य ज्योति झलक रहीं हैं दिव्य दृष्टि की- महिमा इतनी मेरे सतगुरु, शिरोमणि झलक रहे हैं क्या खूब ये- जिंदगी झलक रही है, ये जीवन महक रहे हैं नजरों में घूम- रही है यह स्वर्ग से धरती! -मोती