मोती लाल साहु 30 Mar 2023 आलेख समाजिक हे मानव के राज़हंस, हाजिरी लगानी है मालिक के दरबार में तुम खो मत जाना माया के मार्ग में। 6662 0 Hindi :: हिंदी
हे मानव के राज़हंस- सफ़र है रूहानी, हाज़िरी जो लगानी है मालिक के दरबार में हे मानव के राज़हंस- तुम खो मत जाना, माया की नगरी से गुजरने में -मोती