Poonam Mishra 30 Mar 2023 आलेख समाजिक सभी रिश्ते खुश हो यह संभव नहीं है 11195 0 Hindi :: हिंदी
अपनों को खुश करने की कोशिश में कई अपने मुझसे रूठ गए कितना भी कर लो खुश करने का सबको पर कुछ तो रूठ ही जाते हैं सबको हरदम खुश रख सकूं यह कोशिश तो मैं करती रहती हूं इस कोशिश के चक्कर में कई अपने मुझसे रूठ ही जाते हैं रिश्तो की गणित में मैं हमेशा से ही कमजोर रही कुछ गुणा भाग जोड़ घटाना करना अपने बस में आता ही नहीं बस यही चाहत रही कि किसी को मैं कोई दर्द ना दूं हर पल सबको खुश रख सकूं पर इस रिश्तो की गणित में मैं हमेशा से कमजोर रही कुछ अपने थे जो रूठ गए बस सबको साथ लेकर चलने की चाहत हमेशा से ही रहे दिल में रही पर मैं इन सब को एक बराबर प्यार देने की चाह में कई अपनों से छूट गई स्वरचित लेखिका पूनम मिश्रा