कुमार किशन कीर्ति 08 Jun 2023 कविताएँ दुःखद अधूरे इश्क़, मोड़ 6368 0 Hindi :: हिंदी
वर्षों बाद उसकी याद आई, मेरी अधूरी इश्क़ मुझे किस मोड़ पर लायी। जिसे दिल से भुला दिया था, ना जाने क्यों लबों पे उसकी नाम आई। जिससे इश्क़ हुआ उससे बयां नहीं किया मैंने भी इश्क़ की राह में खुद को गुमराह किया। मत कर इश्क़ किशन...इस मुक्कमल जहाँ से, यहाँ ज़ख्म काँटो से नहीं... मिलते हैं खूबसूरत कलियों से। मेरी मुकद्दर में उसका प्यार नहीं है, लगता है मेरी मुकद्दर मुझसे रूठ गई है।