Chinta netam " mind " 30 Mar 2023 कविताएँ प्यार-महोब्बत प्यार मोहब्बत इश्क 20187 0 Hindi :: हिंदी
//...प्रेम-निवेदन...// दिल में लगी है , आग मेरे तुम सावन , बन जाओ ना...! तन प्यासा है , है मन प्यासा तुम प्रेम सुधा , बरसाओ ना...! मंजिल से , मैं दूर खड़ा क्यों लगता है , मुझको ऐसा...? मैं उलझा हूं , पर्वत से ? तुम रास्ता , बन जाओ ना...! टूटी हैं क्यों , कलियां सारी खुशबू भी है , खोई सी...! पतझड़ है यह , दिल का गुलशन तुम इसे , महकाओ ना...! रात हुई पर , चांद ना निकला सुबह का सूरज किसने है देखा...! अंधियारा है , जीवन में मेरे तुम उजियारा , बन जाओ ना...! चिन्ता नेताम " मन " डोंगरगांव ( छत्तीसगढ़ )