Rambriksh Bahadurpuri 24 May 2023 कविताएँ समाजिक #Rambriksh Bahadurpuri #Rambriksh Bahadurpuri Bahadurpuri Kavita #Rambriksh Bahadurpuri Ambedkar Nagar #rambriksh Bahadurpuri kavi#ambedkar nagar kavi #ambedkarnagar poetry 6192 0 Hindi :: हिंदी
कविता -पीछे हटना नहीं चलो आगे आओ बढ़ाओ दो चार कदम, जिसको आना होगा साथ में वो आएगा भरेगा दम। अकेला हो तो क्या हुआ डरना नहीं, मकसद एक हो राह कितना भी कठिन हो पीछे हटना नहीं। अक्सर हवाएं दीपक को जलने नहीं देते पर कब तक जब हम मिलकर दीप जलाते चलेंगे, बिना हाथ पैर हिलाए मंजिल है मिलना नहीं। अकेला हो तो क्या हुआ डरना नहीं, मकसद एक हो राह कितना भी कठिन हो पीछे हटना नहीं। रचनाकार - रामबृक्ष बहादुरपुरी अम्बेडकरनगर उत्तर प्रदेश 9721244478
I am Rambriksh Bahadurpuri,from Ambedkar Nagar UP I am a teacher I like to write poem and I wrote ma...