Monu kumar 07 Jun 2023 कविताएँ समाजिक भारतीय 9128 1 5 Hindi :: हिंदी
पश्चिमी संस्कृति बोलकर, कर रहे हैं कुछ भी लोग। हाथ मिलाबे सब कोइ, पैर छुए न कोए। शुट पेहने सब कोइ, धोती कुर्ता पहने न कोइ। पश्चिमी संस्कृति बोलकर, कर रहे हैं कुछ भी लोग। चौराहे पर गोलगप्पे खाए सबकोइ। सत्तू पिए न कोए। पश्चिमी संस्कृति बोलकर, कर रहे हैं कुछ भी लोग।
11 months ago