कवि सुनील नायक 30 Mar 2023 कविताएँ प्यार-महोब्बत मां पर कविता 85426 0 Hindi :: हिंदी
मां तेरी याद आती है,-2 मां तू मुझे लोरी गाकर सुनाती थी, मां तु गीले पर सोती और मुझे इस सूखे पर सुलाती थी, तंग करने पर मुझे डांटती थी न मानने पर पीछे भागती थी, जब गलतियां करता हूं तो मुझे डांटते हैं| मां तेरी याद आती है|| मां तेरे कदमों में है जन्नत, पूरी होती है हर वह मन्नत, मां तेरे प्यार का है अनन्त , जब मुझे भूख लगती तो तू मुझे खाना खिलाती है| मां तेरी बहुत याद आती है|| मां तूने तेरी नींद को मेरी नींद वारी है , मां तू प्यारी है मां तू न्यारी है, मां तू इस दुनिया में सबसे प्यारी है, जब चोट लगती तो सहलाती जब दर्द होता तो बहलाती फुसलाती है | मां तेरी बहुत याद आती है|| मां तूने मुझे यह संसार दिखाया है, मां तूने मुझे गलत रास्ते पर जाने से बचाया है, कि सब तेरी माया है मां तूने मुझे जाया है, मां तू मुझे समझाती है| मा तेरी बहुत याद आती है|| जब मैं रोता था तो तूने मुझे दूध पिलाया है, मां तुने मुझे बचपन में खिलौने से खिलाया है, मां तेरा प्यार निराला है, मां तू मुझे भले बुरे में अंतर बताती है| मां तेरी बहुत याद आती है|| जीवन में मेहनत करता हूं तेरा नाम बनाना है, मां तेरे स्वपन को मुझे सच कर दिखाना है, मां मुझे जिंदगी में कुछ ना कुछ कर दिखाना है, मां तू मुझे हर लब्ज सिखाती है| मां तेरी बहुत याद आती है|| ✍✍✍✍✍✍✍ कवि सुनील कुमार नायक