Rupesh Singh Lostom 04 May 2023 कविताएँ प्यार-महोब्बत कौन थामें गा 6079 0 Hindi :: हिंदी
ऐ जंगल सी लड़की दिल में बबंडर क्यों जगती खुद सांत रह के दिल में हलचल क्यों मचातीं हैं ! क्यों क्यों क्यों बेचैन करती हैं रूह मेरी बे बजह अगर इश्क़ हैं तो अब मत आजमा अगड़ाई लेके मत सत्ता या तो अपना ले या फिर मिटा दे इस तरह कम से कम बिजलियाँ तो न गिरा ! माना की तू हसिन हैं थोड़ी कमसिन हैं पर इतना तो मत परख मैं नहीं रहा तो कौन चाहेगा तेरी बेरुखियों को कौन सहेगा कौन ताड़ेगा तुझे छुप छुप के अगर गिरेगी कभी तो तुझे कौन थामें गा !