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हुँ। मैं गुमनाम

Vikram Bahadur 30 Apr 2024 कविताएँ अन्य 2572 0 Hindi :: हिंदी

हुँ। मैं गुमनाम 
मुझे गुमनाम रहने दे। 
ना कर बदनाम
थोड़ा मेरे नाम तो रहने दे। 
मिला हुँ।मै अब खुद से 
थोड़ा मेरे ये गुमान तो रहने दे। 
हुँ। मैं गुमनाम 
मुझे गुमनाम रहने दे
खुद से मिला हुँ। मैं इस कदर 
इसमें मेरा पैगाम तो रहने दे। 
हुँ। मैं गुमनाम 
मुझे गुमनाम रहने दे। 
खुद को किया है। अलग 
इस जहान से 
इसमें मेरा निशान तो रहने दे। 
हुँ। मैं गुमनाम 
मुझे गुमनाम रहने दे। 
मतलब परस्त इस दुनिया में 
थोड़ा सा ईमान तो रहने दे।
हुँ। मैं गुमनाम 
मुझे गुमनाम रहने दे। 
कर विश्वास खुद से 
ये खुद के इल्जाम 
खुद पर तो रहने दे। 
हुँ। मैं गुमनाम 
मुझे गुमनाम रहने दे।

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