Vipin Bansal 30 Mar 2023 कविताएँ धार्मिक #हकीकत 44326 0 Hindi :: हिंदी
कलम में इतनी धार दे ! ऐ माँ शारदे,ऐ माँ शारदे !! कलम से निकले अलफाज ! वक्त ए हकीकत हो जाए !! बात में हो वजन इतना ! हर शब्द किताब हो जाए !! कलम मेरी गांडीव हो ! शब्द दिव्यास्त्र हो जाए !! जो तीर निकले कमान से ! वो दिल के पार हो जाए !! लिख रहा हूँ लेखनि ! पत्थर ए लकीर हो जाए !! हर शब्द श्लोक हो ! कलम कृष्ण हो जाए !! कलम में इतनी धार दें ! ऐ माँ शारदे,ऐ माँ शारदे विपिन बंसल