Join Us:
20 मई स्पेशल -इंटरनेट पर कविता कहानी और लेख लिखकर पैसे कमाएं - आपके लिए सबसे बढ़िया मौका साहित्य लाइव की वेबसाइट हुई और अधिक बेहतरीन और एडवांस साहित्य लाइव पर किसी भी तकनीकी सहयोग या अन्य समस्याओं के लिए सम्पर्क करें

गुलाम होता हैं-समय के जुगनू एक दिन

Rupesh Singh Lostom 09 May 2023 कविताएँ समाजिक गुलाम होता हैं 14290 0 Hindi :: हिंदी

समय के जुगनू एक दिन 
चमकेगा जरूर तक़दीर के 
अनमोल सितारा बनके 
तब ए हि लोग झुक के 
सलाम करेंगे !

ये तो अच्छा हुआ 
की वक्त बदल गया 
समय के छलता हुआ 
छल समझ गया 
नहीं तो क्या भरोसा कल का 
ये तो अच्छा हुआ 
काल का मुझे मारने का 
मन बदल गया !

क्या क्या रंग बदलता हैं 
तक़दीर का बिगड़ता सितारा 
मुकदर भी मुकदर का ही 
गुलाम होता हैं  !

Comments & Reviews

Post a comment

Login to post a comment!

Related Articles

शक्ति जब मिले इच्छाओं की, जो चाहें सो हांसिल कर कर लें। आवश्यकताएं अनन्त को भी, एक हद तक प्राप्त कर लें। शक्ति जब मिले इच्छाओं की, आसमा read more >>
Join Us: