Join Us:
20 मई स्पेशल -इंटरनेट पर कविता कहानी और लेख लिखकर पैसे कमाएं - आपके लिए सबसे बढ़िया मौका साहित्य लाइव की वेबसाइट हुई और अधिक बेहतरीन और एडवांस साहित्य लाइव पर किसी भी तकनीकी सहयोग या अन्य समस्याओं के लिए सम्पर्क करें

छोड़ दिया था तन्हा मुझे-जुदाई का गम दे दिया था

Ranjana sharma 14 Jan 2024 कविताएँ दुःखद छोड़ दिया था तन्हा मुझे#Google# 1837 0 Hindi :: हिंदी

तन्हा छोड़ दिया था तूने मुझे
जुदाई का गम दे दिया था तूने मुझे 
कैसे बतलाए तुझे हम 
अंदर तक तोड़ दिया था तूने मुझे

बहुत तड़पा लिया अब ना बनेंगे
नादान तेरे प्यार में हम
क्या समझ रखा है तूने मुझे
आकर मुस्कुरा दोगे तो 
तेरे हो जायेगें हम


अब जो आओगे तो बन जायेगें 
आपके लिए अजनबी सनम 
तन्हाई में कैसे गुजरे वो दिन रैन
बयां ना कर पाएंगे हम


मोहब्बत के नाम पर 
क्या अंजाम दिया तुमने
सबकुछ देकर सबकुछ 
ले लिया तुमने

आईना जो देखा तो जाना
तुमने तो पहचान ले ली मेरी
कितना गुरूर था कभी खुद पर
तुमने तो वो गुरूर तोड़ दी मेरी

ना जानते थें हम ऐसा भी होता है
जो हंसाता है पहले, बाद में वही रुलाता है
कितने मासूम बनते थें वो चेहरे
बाद में वही नासूर बना दी जिंदगी मेरे
              धन्यवाद🙏

Comments & Reviews

Post a comment

Login to post a comment!

Related Articles

शक्ति जब मिले इच्छाओं की, जो चाहें सो हांसिल कर कर लें। आवश्यकताएं अनन्त को भी, एक हद तक प्राप्त कर लें। शक्ति जब मिले इच्छाओं की, आसमा read more >>
Join Us: