Ranjana sharma 30 Mar 2023 शायरी अन्य Google 87819 0 Hindi :: हिंदी
फ़िक्र तुम्हें होती होगी मेरी ,आज भी पर आज और कल के फिक्र में फासलें बहुत आ गई कल बेस्वार्थ फिक्र थी आज स्वार्थ छिपा है इस फिक्र में। धन्यवाद
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Myself Ranjana Sharma.I live in Bhubaneswar,(Orrisa)....