Iqrar Ali 30 Mar 2023 शायरी प्यार-महोब्बत मोहब्बत शायरी दिल तोड़ हार्ट टचिंग बेवफा शायरी दिल तोड़ इबादत शायरी 271317 0 Hindi :: हिंदी
अब उसे समझदार कहूं या बे बकूफ की जो जन्नत देने के लिए आजान देकर बुलाई जाति है फिर भी उसके तरफ कोई नही लौटता है।लेकिन अगर ऐलान कर दो की खाना बंट रहा है तो वहां पूरा मोहल्ला दौर पड़ता है।