Rupesh Singh Lostom 30 Mar 2023 कविताएँ अन्य पत्नी जी 12495 0 Hindi :: हिंदी
पत्नी जी ने आज बडा ही प्रेम से सोते से जगाया . अपने मधुर मधुर बानी से कहा . क्यो आज काम पर नही जाना है कमा के नही लाना है. कमाओ गे नही तो क्या खाओ गे. मुझे खरीदारी कैसे कराओ गे बिन्दिया टिकुली लस्कारे मस्कारे सिंदूर कुमकुम छोडो. मुझे ज्वेलरी टीका हार कैसे दिलाओ गे और भि बहुत कुछ चाहिये होता है और कहा पत्नी जी ने . जल्दी उठीए पापा के फोन आया है मैया ने बुलाया है . भाभी घर से भाग गई उनको खोजने जाना है. भैया के हाल बे हाल रो रो के बुरा हाल है जल्दी चलिये नही तो हम जा रहे है फिर" आपके भि हाल बेहाल हो जाएगे . अडोसी पूछेगे पडोसी पूछेगे सिंग साहब सिंगघाइन काहा गई