Rupesh Singh Lostom 30 Mar 2023 कविताएँ अन्य जिद हैं जिद से की जिद न हारने देंगे 18089 0 Hindi :: हिंदी
जिद हैं जिद से की जिद न हारने देंगे समय के रफ़्तार से खुद को न हारने देंगे वक़्त ने बहुत जख्म वे वक़्त दिए हैं इस बार उसको भी न जुल्म करने देंगे कभी हौसला कमजोर किया तो कभी अपने और अपनों से दूर किया हमेशा सत्ता हैं आसुंओ से रुलाया हैं इस बार उसको न जितने देंगे निठुर निरलज बईमान हरजाई वक़्त पता नहीं क्यों बिन कारण दुश्मनी निभाता हैं पर इस बार उसको आगे न निकलने देंगे