संदीप कुमार सिंह 30 Mar 2023 कविताएँ समाजिक लोगों के लिए प्रेरणा से भरपूर मेरी कविता जिसका शीर्षक ऊपर दिया हुआ है। 18730 0 Hindi :: हिंदी
इस दिवाली प्रण करें, नमन करें, मन का दीप ज्वलंत करें। सफाई और सादगी, दो दृढ़ हत्यार से, जीवन का सुरक्षा करें। तन सुरक्षित_मन सुरक्षित और जहां के जन_जन सुरक्षित। औकात नहीं अंधेरों की, की सुबह ना होने दे। इस दिवाली प्रण करें, खुशियों के लिबास में, सारे जहां को सजा दे।
I am a writer and social worker.Poems are most likeble for me....